संतकबीरनगर।
पूर्व सांसद के. सी. पाण्डेय ने कहा कि कांग्रेस के शासन काल में ही प्रदेश का औद्योगिक विकास हुआ। इसके बाद आने वाली सरकारों ने उद्योगों को बन्द करने का काम किया है।
उन्होने कहा कि प्रदेश के बुनकरों को सस्ता सूत दिलाने के लिए 12 राजकीय सूती मिलें स्थापित की गई थीं। लेकिन स्थिति यह रही कि इन सभी मिलों को बन्द कर दिया गया। आज बुनकर दाने दाने को मोहताज हो गए हैं। उन्होने जिले में बन्द पड़ी सूती मिलों को चालू कराने की मांग की है। उन्होने कहा कि अगर सूती मिलों को चालू नहीं कराया गया तो वे आन्दोलन के लिए बाध्य होंगे।