– एक छात्र की हालत गंभीर, बस्ती जिला अस्पताल के लिए रेफर
– ड्राइवर की लापरवाही से हुआ हादसा, पुरवा मदरसे के थे छात्र
दुधारा, मोहम्मद अदनान।
दुधारा थानाक्षेत्र के ग्राम पंचायत उचहरा के पास स्थित कब्रिस्तान के बगल में मदरसे के छात्रों को लेकर जा रही ट्रैक्टर ट्राली पलट गई। इससे उसमें सवार आधा दर्जन से अधिक छात्र घायल हो गए। घायलों में एक की हालत चिन्ताजनक बनी हुई है। उसकी गंभीर दशा को देखते हुए बस्ती जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया है।
दुधारा थानाक्षेत्र के पंचायत पुरवा स्थित मदरसा अरबिया विद्यालय के लगभग चालीस से अधिक संख्या में छात्र इसी थानाक्षेत्र के कुछ दूरी पर स्थित सफियाबाद में एक दावत प्रोग्राम में गये थे। इसी दौरान खतरनाक तरीके से गाड़ी चला रहे एक ड्राइवर ने वापस लौटते समय उचहरा के पास स्थित कब्रिस्तान के पास पलट दी। नतीजा यह हुआ कि वह छात्र ट्राली के नीचे दब गए। आस पास के लोगों ने जब देखा तो तुरन्त ही वहां से बच्चों को निकाला और सेमरियांवा स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचाया। वहां से एक बालक घायल ऊचहरां निवासी बारह वर्षीय मो. ईसा पुत्र तसद्दुक हुसैन को बस्ती जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां उसका इलाज चल रहा है।
यह हुए हैं घायल
- 16 वर्षीय मेराज अहमद पुत्र अब्दुल कुद्दूस सिंहोरवा थाना दुधारा
- 15 वर्षीय इब्राहीम पुत्र स्वo आशिक इलाही हडहा थाना दुधारा
- 16 वर्षीय मो. अनस पुत्र रमजान ओडवारा थाना मुंडेरवा बस्ती
- 15 वर्षीय रिजवान पुत्र शौकत अली ऊचहरां थाना दुधारा
काफी खतरनाक तरीके से चला रहा था गाड़ी
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि ट्रैक्टर का ड्राइवर लगभग 16 वर्षीय नियामुल पुत्र कोइल जो सफियाबाद गांव का ही था । काफी खतरनाक तरीके से गाड़ी चला रहा था जो हादसे का कारण बना । ट्राली पलटने के बाद बगल स्थित गड्ढे में चली गयी और कई बच्चों के सर पानी और मिट्टी में घुस गये जिसे ग्रामीणों ने किसी तरह निकाला। क्योंकि गड्ढे में काफी पानी था । अगर समय से ग्रामीण नहीं पहुचतें तो कई बच्चों की जान पर बन आती । लेकिन लोगों की तत्परता से बड़ा हादसा होने से बच गया ।
ट्राली से आने को तैयार नहीं थे बच्चे
ग्रामीणों के अनुसार ड्राइवर ट्रैक्टर इतनी स्पीड एवं खतरनाक तरीके से चला रहा था कि कुछ बच्चे दावत खाने के बाद ट्रैक्टर ट्राली से जाने के लिए तैयार नहीं हुए थे। कारण बच्चों ने कहा कि ड्राइवर काफी खराब तरीके से गाड़ी चलाता है। अगर यह गाड़ी चलाएगा तो हम गाड़ी पर नहीं बैठेंगे। बाद में लोगों ने किसी तरह से समझाबुझाकर बच्चों को गाड़ी में बैठाया।