काश्मीर ।
कश्मीर में आतंक को फैलाने में जुटा हिजबुल मुजाहिदीन का कमांडर जाकिर मूसा बिलबिलाया हुआ है। सेना के लगातार बढ़ते दबाव के कारण यहां से वहां भागे फिर रहे मूसा ने अब देश के मुसलमानों पर जाल डालना शुरू कर दिया है। इसके लिए भावनात्मक दबाव बनाने के लिए उसने एक चार मिनट का वीडियो जारी कर कश्मीर में जारी कथित जेहाद का हिस्सा न बनने पर भारतीय मुसलमानों को जमकर कोसा है।

वीडियो में तंज कसने के अंदाज में उसने भारतीय मुस्लिमों को दुनिया का सबसे रीढ़विहीन मुसलमान बताते हुए कहा है कि उनको खुद को मुसलमान कहने पर शर्म आनी चाहिए। पूरे वीडियो में मूसा देश की कई घटनाओं को सीधे मुसलमानों से जोड़ते हुए कह रहा है कि वे जुल्म के खिलाफ आवाज नहीं उठाते। वीडियो के अंत में रुआंसे अंदाज में वह भारतीय मुसलमानों से जेहाद का हिस्सा बनने की अपील भी कर रहा है। जानकारों की मानें तो मूसा ने ये वीडियो यूं ही जारी नहीं किया है, इसके पीछे उसका खास मकसद है।
-25 जुलाई 1994 को जन्में मूसा के पिता अब्दुल राशिद भट्ट सिंचाई विभाग में क्लर्क के पद पर कार्यरत हैं।
-जाकिर ने 12वीं तक की पढ़ाई कश्मीर से ही की, इसके बाद वह चंडीगढ़ आ गया और यहां इंजीनियरिंग में दाखिल ले लिया।
-साल 2013 में अचानक पढ़ाई छोड़कर मूसा ने आतंक का दामन थाम लिया।
-कई सालों बाद उसके घरवालों को पता चला कि वह आतंकी बन गया है और हिजबुल मुजाहिदीन से जुड़ गया है।
-कुछ दिन पहले मूसा अचानक तब चर्चाओं में आ गया जब उसने अलगाववादी नेताओं के सिर काटकर लाल चौक पर लटकाने की धमकी दी।
-मूसा के इस बयान से हिजबुल मुजाहिदीन ने किनारा कर लिया, जिसके बाद उसे संगठन से भी अलग कर दिया गया।
-कुछ दिन बाद एक आतंकी के जनाजे में मूसा को देखा गया, लेकिन वहां फायरिंग कर उसके साथी उसे भगा ले गए।
-हिजबुल मुजाहिदीन से अलग होने के बाद आतंकी संगठन ने उसकी मौत का फरमान जारी कर दिया। हिजबुल को शक था कि उसके कमांडर सब्जार भट्ट के एनकाउंटर में मूसा का ही हाथ है।
-जाकिर ने 12वीं तक की पढ़ाई कश्मीर से ही की, इसके बाद वह चंडीगढ़ आ गया और यहां इंजीनियरिंग में दाखिल ले लिया।
-साल 2013 में अचानक पढ़ाई छोड़कर मूसा ने आतंक का दामन थाम लिया।
-कई सालों बाद उसके घरवालों को पता चला कि वह आतंकी बन गया है और हिजबुल मुजाहिदीन से जुड़ गया है।
-कुछ दिन पहले मूसा अचानक तब चर्चाओं में आ गया जब उसने अलगाववादी नेताओं के सिर काटकर लाल चौक पर लटकाने की धमकी दी।
-मूसा के इस बयान से हिजबुल मुजाहिदीन ने किनारा कर लिया, जिसके बाद उसे संगठन से भी अलग कर दिया गया।
-कुछ दिन बाद एक आतंकी के जनाजे में मूसा को देखा गया, लेकिन वहां फायरिंग कर उसके साथी उसे भगा ले गए।
-हिजबुल मुजाहिदीन से अलग होने के बाद आतंकी संगठन ने उसकी मौत का फरमान जारी कर दिया। हिजबुल को शक था कि उसके कमांडर सब्जार भट्ट के एनकाउंटर में मूसा का ही हाथ है।