– अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में पड़े 25 वोट
– 2 वोट हो गए अवैध, मतदान से फैसला
संतकबीरनगर। न्यूज केबीएन
जिला पंचायत संतकबीरनगर के अध्यक्ष संतोष यादव की कुर्सी अन्तत: छिन गई। उनके खिलाफ आए अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान के दौरान उनके खिलाफ 25 वोट पड़े। जिसके बाद जिलाधिकारी को जिला पंचायत का प्रशासक नियुक्त किया गया है।
जिला पंचायत अध्यक्ष संतोष कुमार यादव के खिलाफ आए हुए अविश्वास प्रस्ताव पर शनिवार को नियुक्त प्राधिकारी सीजेएम संजय गौड़ की अध्यक्षता में चर्चा हुई। इस चर्चा में कुल 32 सदस्यों में से 27 सदस्य शामिल हुए। जबकि एक सदस्य रीता देवी जो वार्ड नम्बर 1 से सदस्य हैं वह चर्चा में शामिल होने के लिए देर से पहुंची। चर्चा के बाद मतदान हुआ जिसमें कुल 27 सदस्यों ने वोट दिया। इनमें से दो सदस्यों ने लाइन के उपर लिख दिया था इसलिए उनके मत को अवैध घोषित कर दिया गया। इसके बाद कार्रवाई से शासन को अवगत करा दिया गया है।
अशोक चौधरी के पक्ष में हो रहे लामबन्द
जिला पंचायत के जिन सदस्यों ने पूर्व अध्यक्ष के प्रति अपना अविश्वास जाहिर किया है। उन लोगों ने जिला पंचायत अशोक चौधरी के पक्ष में अपनी प्रतिबद्धता जताई है। वे उनके साथ चलने को तैयार हैं।
महिलाओं के अन्दर भी दिखा उत्साह
जिला पंचायत सदस्य महिलाओं के अन्दर भी इस मीटिंग को लेकर काफी उत्साह दिखाई दे रहा था। उन्होने इस दौरान मौके पर उपस्थित होकर जिला पंचायत सदस्य संतोष यादव के प्रति अपना अविश्वास जाहिर किया। उनके साथ नीना देवी भी मौजूद रहीं।
अब नहीं लड़ सकेंगे चुनाव
जिला पंचायत अध्यक्ष के विरोध में जब अविश्वास प्रस्ताव आ जाता है तो यह नियम है कि वह दोबारा फिर प्रत्याशी ही नहीं बन सकता है। इसलिए निवर्तमान अध्यक्ष संतोष कुमार यादव दोबारा अध्यक्ष पद के उम्मीदवार नहीं बन सकते हैं।